
[ad_1]

अटल टनल रोहतांग
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में भीषण बर्फबारी जारी है। कुछ निचले इलाकों में हल्की बर्फबारी के साथ बारिश भी हो रही है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे तीसरे दिन भी बंद रहा। वहीं, हिमाचल की 405 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से ठप रहा। वहीं, पंजाब समेत उत्तर भारत के अन्य मैदानी इलाकों में तेज आंधी के साथ कहीं हल्की तो कहीं मूसलाधार बरसात के साथ ओले गिरे हैं। मौसम में आए बदलाव से कई इलाकों में बिजली व पानी की आपूर्ति बाधित रही। इधर दिल्ली-एनसीआर में भी मौसम नरम-गरम चल रहा है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है। इसी के प्रभाव से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में हल्की और कई इलाकों में तेज बारिश हुई। आईएमडी के मुताबिक, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक और कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके प्रभाव से 24 से 27 फरवरी तक बारिश और हिमपात की संभावना है। कुछ इलाकों में 30-40 किमी प्रति घंटे की तरफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जो 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक जा सकती है। बुधवार को बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान 9-13 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा और अमृतसर में सबसे कम 6.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
बदरी-केदार में तीन फुट तक जमी बर्फ
उत्तराखंड में बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में तीसरे दिन भी बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। दोनों धामों में जहां तीन फुट ताजी बर्फ जम चुकी है, वहीं धामों की पहाड़ियों ने सफेद चादर ओढ़ी हुई है। इसके अलावा नीती घाटी, फूलों की घाटी, हेमकुंड साहिब, निजमुला घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी, औली, गोरसों बुग्याल सहित अन्य जगहों पर जमकर बर्फबारी हो रही है। गोपेश्वर, नंदानगर, पीपलकोटी, जोशीमठ सहित आसपास के क्षेत्रों में देर शाम बारिश हुई। द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ, चंद्रशिला सहित अन्य ऊंचाई वाले स्थानों पर भी बर्फ गिरी। वहीं निचले क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई।
[ad_2]
Source link